लेवियों से अपेक्षित कार्य
1 जब याहवेह ने मोशेह से सीनायी पर्वत पर बातें की, मोशेह तथा अहरोन की पीढ़ियां इस प्रकार थी.
2 अहरोन के पुत्रों के नाम: जेठा पुत्र नादाब और अबिहू, एलिएज़र तथा इथामार. 3 अहरोन के ये पुत्र अभिषिक्त पुरोहित थे. इन्हें अहरोन ने ही पुरोहित होने के लिए अभिषिक्त किया था. 4 इनमें नादाब तथा अबिहू की मृत्यु उस परिस्थिति में याहवेह के ही सामने हो गई थी जब उन्होंने सीनायी के जंगल के रास्ते याहवेह को भेंट चढ़ाई, किंतु उन्होंने ऐसी आग का उपयोग किया जिसके लिए याहवेह ने आज्ञा नहीं दी थी. ये दोनों निस्संतान थे. इस कारण एलिएज़र तथा इथामार ही अपने पिता अहरोन के जीवनकाल में पुरोहित का काम करते रहे.
5 फिर याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी, 6 “लेवी कुल को बुलाकर उन्हें अहरोन की उपस्थिति में ले जाओ कि वे पुरोहित अहरोन की सहायता के लिए तैयार रहें. 7 वे मिलनवाले तंबू के सामने उपस्थित रहते हुए अहरोन तथा सारे इस्राएल के लिए अपनी सेवा किया करें, जिससे यह उनके लिए साक्षी के तंबू की सेवा हो. 8 इस्राएलियों से ज़िम्मेदारियों को निभाने के अलावा वे मिलनवाले तंबू की वस्तुओं का ध्यान रखेंगे, यह उनकी साक्षी के तंबू संबंधित सेवा होगी. 9 इस प्रबंध के अंतर्गत तुम सारे लेवियों को अहरोन तथा उनके पुत्रों के अधीन कर दोगे, वे सारे इस्राएल में से उन्हें सौंप दिए गए हैं. 10 इस प्रकार तुम अहरोन तथा उसके पुत्रों को पुरोहित के पद के लिए नियुक्त कर दोगे, कि वे अपने पुरोहित पद में स्थिर रहे, किंतु जो भी साधारण व्यक्ति साक्षी के तंबू के निकट आ जाए, उसे प्राण-दंड दे दिया जाए.”
11 याहवेह ने मोशेह को यह आदेश भी दिया, 12 “अब यह देखो, मैंने लेवी को सारे इस्राएल में से हरेक पहलौठे के स्थान पर, अर्थात उस संतान के स्थान पर, जो गर्भ का प्रथम फल होता है, अलग कर लिया है, कि लेवी सिर्फ मेरे होकर रहें. 13 क्योंकि सभी पहलौठे मेरे हैं. जिस दिन मैंने मिस्र देश में सारे पहिलौठों को मारा, मैंने इस्राएल के घराने में से सभी पहिलौठों को अपने लिए अलग कर लिया था-मनुष्यों एवं पशुओं, दोनों में से. वे मेरे रहेंगे. मैं याहवेह हूं.”
14 इसके बाद याहवेह ने सीनायी के निर्जन प्रदेश में मोशेह को यह आज्ञा दी, 15 “तुम लेवी के वंश की उनके कुल तथा उनके परिवारों के अनुसार गिनती करोगे हर एक नर बालक की जिसकी आयु एक महीने से अधिक हैं.” 16 इसलिये मोशेह ने उन्हें जैसी आज्ञा दी थी, याहवेह की आज्ञा के अनुसार उनकी गिनती की.
40 इसके बाद याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी, “इस्राएल में एक महीने से अधिक आयु के हर एक पुरुष की गिनती करो तथा उनके नामों की सूची बनाओ. 41 इस्राएल के घराने के पहिलौठों के तथा इस्राएल के पशुओं के पहिलौठों के स्थान पर तुम मेरे लिए लेवियों को अलग कर लोगे. मैं ही वह याहवेह हूं.”
42 इसलिये मोशेह ने इस्राएल के घराने के सभी पहिलौंठों की गिनती की, जैसा कि उन्हें याहवेह की ओर से आज्ञा दी गई थी. 43 ये सभी एक महीने से अधिक आयु के पुरुष थे, जिनकी गिनती नामों एवं संख्या के आधार पर की गई. इनकी संख्या 22,273 हुई.
44 इसके बाद याहवेह ने मोशेह को आज्ञा दी, 45 “इस्राएल के घराने के सभी पहिलौठों के स्थान पर, लेवियों एवं उनके पशुओं को अलग कर लो. लेवी मेरे होंगे. मैं ही वह याहवेह हूं. 46 इस्राएल के घराने के 273 पहिलौठों की छुड़ौती के लिए, जो लेवियों की संख्या से अधिक हैं, 47 तुम प्रति व्यक्ति पांच शेकेल लोगे; तथा ये शेकेल पवित्र स्थान के मानक शेकेल होंगे एक शेकेल में बीस गेराह. 48 तुम यह छुड़ौती की राशि अहरोन तथा उसके पुत्रों को सौंप दोगे.”
49 इसलिये मोशेह ने उन व्यक्तियों से, जो लेवियों की संख्या के अलावा थे, वह छुड़ौती की राशि इकट्ठी कर ली, उनके अलावा, जो लेवियों की संख्या के अलावा थे. 50 इस्राएल के पहिलौंठों से उन्होंने पवित्र स्थान के मानक शेकेल में धनराशि इकट्ठी कर ली, जो 1,365 शेकेल थी. 51 यह राशि मोशेह ने अहरोन एवं उसके पुत्रों को, याहवेह के आदेश के अनुसार, जैसा आदेश उन्होंने मोशेह को दिया था, सौंप दी.